न खाता न बही जो लार्ड HH रिसले बताए वही सही:
और बाबा साहेब कहिन कि -
भले न रहे रोजी
भले न मिले रोटी।
मिस्टर लगाओ टाइटल
सरकार देगी रोटी।।
अपनी जातीय बोध से घिनाने वालों और अपने कुल परिवार में पैदा होने को हीन मानने वालों, लेकिन यदि मौका मिले तो तिलक तराजू और तलवार का नारा देने वालों के अनुयायियों, तुम्हें कब तुमको जाति के अपराध बोध में डाल कर तुमको उस सनातन सिद्धांत द्वारा प्रदत्त रोजगार में, तुहरी एंट्री बैन कर दिया गया, क्या तुमको पता है ?
बारी बरई और तंबोली ही थे जो पान ताम्बूल के उत्पादन और व्यवसाय तथा वितरण पे कब्जा किये हुए थे।
उनको बताया गया कि अबे सुतियों तुमको ब्राम्हणों ने निकृष्टी जाति बताया है ।
न खाता न बही जो रिसले बताए वही सही।
अब तुम करो पपीहा की तरह सरकारी नौकरी के स्वाति नक्षत्र का इंतजार , कि अब गिरी की तब गिरी, तुम्हारे मुंह मे सरकारी नौकरी।
लेकिन तुम्हारा धंधा चुरा ले गया #पान_पराग #रजनीगंधा और तुलसी का कॉर्पोरेट निर्माता, जिसका प्रचार #अमिताभ_बच्चन करते हैं, और कभी कभार तुम भी इसको खाके सड़क पे फच्च से थूकते ही होंगे।
तुमने फच्च से अपना जातीय सम्मान थूक दिया ।
और बाबा साहेब कहिन कि -
भले न रहे रोजी
भले न मिले रोटी।
मिस्टर लगाओ टाइटल
सरकार देगी रोटी।।
अपनी जातीय बोध से घिनाने वालों और अपने कुल परिवार में पैदा होने को हीन मानने वालों, लेकिन यदि मौका मिले तो तिलक तराजू और तलवार का नारा देने वालों के अनुयायियों, तुम्हें कब तुमको जाति के अपराध बोध में डाल कर तुमको उस सनातन सिद्धांत द्वारा प्रदत्त रोजगार में, तुहरी एंट्री बैन कर दिया गया, क्या तुमको पता है ?
बारी बरई और तंबोली ही थे जो पान ताम्बूल के उत्पादन और व्यवसाय तथा वितरण पे कब्जा किये हुए थे।
उनको बताया गया कि अबे सुतियों तुमको ब्राम्हणों ने निकृष्टी जाति बताया है ।
न खाता न बही जो रिसले बताए वही सही।
अब तुम करो पपीहा की तरह सरकारी नौकरी के स्वाति नक्षत्र का इंतजार , कि अब गिरी की तब गिरी, तुम्हारे मुंह मे सरकारी नौकरी।
लेकिन तुम्हारा धंधा चुरा ले गया #पान_पराग #रजनीगंधा और तुलसी का कॉर्पोरेट निर्माता, जिसका प्रचार #अमिताभ_बच्चन करते हैं, और कभी कभार तुम भी इसको खाके सड़क पे फच्च से थूकते ही होंगे।
तुमने फच्च से अपना जातीय सम्मान थूक दिया ।
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