दलित शब्द आया है अमेरिका की ब्लैक पैंथर पार्टी से, जिसको एडगर हुवर ने असामाजिक घोसित करते हुए समाप्त कर दिया।
ब्लैक पैंथर से निकला दलित पैंथर।
अमेरिका की ईसाई मिशनरियों ने उसे भारत मे एक्सपोर्ट कर दिया उसकी इडियोलॉजी सहित।
आप ब्लैक पैंथर पार्टी को गूगल कीजिये।
ब्लैक पैंथर से निकला दलित पैंथर।
अमेरिका की ईसाई मिशनरियों ने उसे भारत मे एक्सपोर्ट कर दिया उसकी इडियोलॉजी सहित।
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लेकिन यह पोस्ट अलग विषय पर है। 1917 तक अछूत शब्द 1932 में डॉ आंबेडकर की क्रिपा से ब्रिटिश सरकार के सरकारी दस्तावेज ने आया।
1917 ने उन्होंने उनके लिए एक शब्द कॉइन किया डिप्रेस्ड क्लास। उनकी शिक्षा को प्रमोट करने हेतु।
लेकिन विल दुरंत The Case for India में लिखता है:
" 1911 में हिंदुओं के प्रतिनिधि गोखले ने भारत मे सबको प्राइमरी शिक्षा उपलब्ध हो ( universal compulsory primary education in India), इसके लिए एक बिल प्रस्तावित किया; जिसको ब्रिटिश और ब्रिटिश चयनित प्रतिनिधियों ( वाइसराय की समिति के) ने निरस्त कर दिया। 1916 में पटेल ने भी ऐसा ही बिल प्रस्तावित किया, जिसको ब्रिटिश और सरकार द्वारा चयनित सदस्यों ने निरस्त कर दिया, सरकार लोगों को स्कूली शिक्षा देने में सक्षम नही थी। वरन उसके स्थान पर शिक्षा पर निर्धारित 8 सेंट्स को वह सेकेंडरी स्कूलों और उनिववर्सिटीज पर खर्च करती थी, जहां शिक्षा की भाषा अंग्रेजी थी, जिसमे इतिहास, साहित्य, और सामाजिक शास्त्र नग्रेजी में पढ़ाये जाते थे, और नौजवान हिन्दू गरीबी से संघर्ष करते हुए जब अपने आपको कॉलेज के लिए तैयार करते थे, तो पाते थे कि उनको ऐसे भीषण प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जिसका उद्देश्य उनको अभारतीय और राष्ट्र विरोधी बनाना होता था, अंततः वह नग्रेजो की एक फोटोकॉपी बनकर कॉलेज से बाहर निकलते थे।"
P. 45- 46.
" 1911 में हिंदुओं के प्रतिनिधि गोखले ने भारत मे सबको प्राइमरी शिक्षा उपलब्ध हो ( universal compulsory primary education in India), इसके लिए एक बिल प्रस्तावित किया; जिसको ब्रिटिश और ब्रिटिश चयनित प्रतिनिधियों ( वाइसराय की समिति के) ने निरस्त कर दिया। 1916 में पटेल ने भी ऐसा ही बिल प्रस्तावित किया, जिसको ब्रिटिश और सरकार द्वारा चयनित सदस्यों ने निरस्त कर दिया, सरकार लोगों को स्कूली शिक्षा देने में सक्षम नही थी। वरन उसके स्थान पर शिक्षा पर निर्धारित 8 सेंट्स को वह सेकेंडरी स्कूलों और उनिववर्सिटीज पर खर्च करती थी, जहां शिक्षा की भाषा अंग्रेजी थी, जिसमे इतिहास, साहित्य, और सामाजिक शास्त्र नग्रेजी में पढ़ाये जाते थे, और नौजवान हिन्दू गरीबी से संघर्ष करते हुए जब अपने आपको कॉलेज के लिए तैयार करते थे, तो पाते थे कि उनको ऐसे भीषण प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है जिसका उद्देश्य उनको अभारतीय और राष्ट्र विरोधी बनाना होता था, अंततः वह नग्रेजो की एक फोटोकॉपी बनकर कॉलेज से बाहर निकलते थे।"
P. 45- 46.
मैकाले का वह पत्र याद कीजिये जिसको वह अपने बाप को लिखता है कि उसके द्वारा तैयार की गई शिक्षा का उद्देश्य अभारतीय और मूर्ख पिछलग्गू पैदा करना था।
इन मूर्ख पिछलग्गुओं से आप क्या अपेक्षा रखते हैं कि वे ब्रिटिश दस्युवो के षडयन्त्रों को भांप पाएंगे और उस पर प्रश्न खड़ा करेंगे?
इन मूर्ख पिछलग्गुओं से आप क्या अपेक्षा रखते हैं कि वे ब्रिटिश दस्युवो के षडयन्त्रों को भांप पाएंगे और उस पर प्रश्न खड़ा करेंगे?
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