Wednesday, 18 November 2015

एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति : एक मात्र रास्ता विश्व शांति का /

एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति
Ekam sat vipra bahudha vadanti
The Truth is one, the wise express it in numerous ways
(Rg Veda Samhita, 1.164.46)
अर्थात ब्रम्ह ईश्वर / अल्लाह / God एक ही सत्य का नाम है , विप्र (वेदज्ञ ) उसको अन्य अन्य नामों से पुकारते हैं / ऋग्वेद के अगर इस श्लोक से उपजे मंत्र को यदि विश्व अपना ले , तो विश्व शांति एक कल्पनातीत विषय नहीं है , लभ्य है , प्राप्य है /
लेकिन मूलभूत फर्क सनातन मे और अब्राहमिक धर्मों मे ये है कि सनातन तो - सर्वे भवन्तु सुखिनः , और वसुधइव कुटुंबकम को स्वीकारता है , और सभी धर्मों को सच्चा धर्म मानता है , लेकिन क्या बाकी के धर्म भी दूसरों को उनका स्थान और सम्मान देने को तैयार हैं ?
सनातन परंपरा मे जब एक बालक उपनयन के बाद शिक्षा के लिए गुरु के पास जाता है , और उसकी जिज्ञासा होती है तो गुरु से पूंछता है -- " अथातो ब्रह्मजिज्ञासा " , अर्थात गुरुवार मुझे ब्रर्म्ह को जानने के बारे मे जिज्ञासा है / तो गुरु उसको विद्याअध्ययन तप शील ज्ञान गुण और धर्म की शिक्षा देते हैं / लेकिन शिष्य कहता है कि _" गुरुवर अब तो मेरे जिज्ञासा शांत करो " /
तब गुरु एक दिन कहते हैं - तद त्वं असि / जिसकी खोज मे तुम जिज्ञासु और आतुर हो वो तुम्हारे भीतर ही है , यानि वो ब्रामह तुम्ही हो / और फिर उसको ब्रंहत्व की प्राप्ति का मार्ग बताते है - यम नियम तप योग इत्यादि /
और एक समय जब वो शिष्य जगत के सत और मिथ्या का ज्ञान प्रपट कर समदर्शी ब्रंहत्व को प्राप्त कर लेता है तो वो कहता है कि - " अहं ब्रम्हाष्मि " /
लेकिन अब्राहमिक मजहब और रेलीजन मे ब्रम्ह को प्राप्त करने का सिद्धान्त नहीं है , और न ही ये गुरु शिष्य परंपरा है / अल्लाह या God के द्वारा चुने हुये व्यक्ति पैगंबर / प्रॉफ़ेट के माध्यम से , वो परंबरमह अपने लोगों के लिए एक संघिता बद्ध संदेश प्रेषित करता है , जिसका पालन करना ही उसका मजहब और रेलीजन है / इस्लाम मे पैगंबर (PUBH) अल्लाह के द्वारा बताए मार्ग पर चलने का आदेश देता है , और वहीं इसाइयत मे जीसस प्रॉफ़ेट की शरण मे जाकर उन गुनाहों की माफी मिल सकती है (Redemption From Sin ) जिसका श्राप God ने उसकी आज्ञा के अनुपालन न करके ज्ञान का फल खाने के कारण ( Fruit From Tree Of Knowledge ) ईव को दिया था, कि इस अपराध के कारण तुम्हारी संततियाँ पैदायशी पापी (Sinner by Birth ) होंगी /
अब्राहमिक रेलीजन की सभी शाखाओं का ये क्लैम, कि उनका रेलीजन ही सच्चा रेलीजन है , आज दुनिया के गले की फांस बना हुआ है /
अब ये ब्लॉग पढे - http://tribhuvanuvach.blogspot.com/2015/10/blog-post_22.html

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