Monday 30 November 2015

इसाइयत के फलसफे और ज्योतिबा फुले की ठेकेदार से महात्मा फुले तक की यात्रा

http://www.hinduhistory.info/origins-of-anti-brahminism/
महान रोमन साम्राज्य की मुख्य आधार था - मिलिटरी ताकत , लूट पाट (Plunder) और गुलामी (slavery) - Angus Maddison 2003
ऐसे समय मे एक ऐसे राजनैतिक संगठन का जन्म होता है , जिसे इसाइयत कहते हैं / बाइबल मे दो शब्द बहुत ज्यादा तौर पर प्रयोग किए गए हैं - इनमे pagan Gentile और Canaan जैसे नान है शब्दों का बहुतात से प्रयोग होता है , और कालांतर मे आसमानी किताब मे भी इनका वअर्णन है / जब इस राजनैतिक सत्ता का जन्म हुआ तो चौथ शताब्दी 313 AD मे रोम के शासक Constantine को Edict Of Milan (https://en.wikipedia.org/wiki/Edict_of_Milan ) घोसित करना पड़ता है ,जिसके तहत इसाइयत को रोमन सभ्यता मे कानूनी घोसित किया गया / इसके मात्र 2 वर्ष पूर्व 311 AD मे रोमन जैसी सभ्य समाज मे इसाइयत को समावेशित करने के लिए Edict of Toleration by Galerius ( https://en.wikipedia.org/wi…/Edict_of_Toleration_by_Galerius ) को शामिल किया गया, जिसके पूर्व रोमन समरजी मे ईसाई होने पर उनको दंडित (persecution ) क्या जाता था / यहाँ से ‪#‎सहिष्णुता‬ का जन्म हुआ /
बाइबल पहली बार हेब्रेव ( Hebrew ) भाषा मे लिखी गई थी , जिस भाषा को यहूदी बोलते थे , और जीसस क्राइस्ट की भी भाषा यहूदी ही थी / बाइबल मे कुछ ऐसे प्रजातियों का वर्णन है, जिनके खिलाफ इसाइयों को घृणा और कत्ल करने की खुली छूट है , जिसमे Pagan Gentile और Canaan जैसे शब्दों का वर्णन है / आइये आज सिर्फ इनके अर्थ समझें /
‪#‎Pagan‬ --
noun
1.
(no longer in technical use) one of a people or community observing a polytheistic religion, as the ancient Romans and Greeks.
2.
a member of a religious, spiritual, or cultural community based on the worship of nature or the earth; a neopagan.
3.
Disparaging and Offensive.
(in historical contexts) a person who is not a Christian, Jew, or Muslim; a heathen.
an irreligious or hedonistic person.
an uncivilized or unenlightened person.
ये उसके अर्थ है -- जिसका अर्थ होता है , बहुदेववादी, प्रकृतिपूजक आदि / इसको आसमानी किताब मे शायद ‪#‎मुशरिक‬ के नाम से जान जाता है / ( सूरा 9.5)
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के अनुसार इसका अर्थ - ऐसा व्यक्ति जो संसार के मुख्य धर्मो का अंग न हो : http://www.oxforddictionaries.com/definition/english/pagan
‪#‎Gentile‬ : का पहले अर्थ होता था -- Gentile or Goy (from Latin gentilis, by the French gentil, feminine: gentille, meaning of or belonging to a clan or tribe) is an ethnonym that commonly means non-Jew.
अर्थात जो यहूदी कुल से न हो वो Gentile , या noah के पहले पुत्र Jepath की वंशजे /
बाद मे किंग जेम्स के बाइबल अनुवाद के बाद इस सहब्द का प्रयोग उन लोगों के लिए होइने लगा , जो ईसाई न हों / ( https://en.wikipedia.org/wiki/Gentile )
‪#‎Canaan‬ - यानि नोह के शापित पुत्र Ham की चौथी औलाद , जिसके पिता Ham को वंश दर वंश गुलामी मे जीने के लिए नोह ने शरपित किया था / http://www.biblestudytools.com/dictionary/canaan/
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बात अब इसकी हो कि ये ब्योरा क्यों दिया जा रहा है /
‪#‎मल्लिकार्जुन‬ खरगे के संसद मे दिये गए बयान , आधुनिक इसाइयों की शाजिश का किस तरह हिस्सा है , उसी चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए , ये लेख लिख रहा हूँ /
पशिचिम यूरोप के ईसाई सर्वप्रथा दक्षिण मे आए / गोवा पर कब्जा किया , तो 17वीं शताब्दी मे यूरोप से एक आदेश आया कि यहा के जितने Gentile हैं सबको ईसाई मे धर्म परिवर्तन कर दो / 1807 मे हैमिल्टन बूचानन ने लिखा कि दक्षिण भारत के कोकनी लोगों ने बताया कि उस समय गोवा का शासक बहुत उदार था जिसने 2 सप्ताह का समय देते हुये , ये कहा कि आप लोगों मे जो सक्षम हों , वो धर्म परिवर्तन से बचने हेतु , देश छोडकर जा सकते हैं / तो गोवा के ‪#‎धनी_शूद्र‬ और ‪#‎ब्रामहन‬ अपनी चल संपत्ति लेकर कोंकण मे आकार बस गए , जिनको बाद मे कोंकड़ी कहा गया / बहुत से ब्रांहनों ने विस्थापित होने के बाद पुरोहिती का पुश्तैनी पेशा छोडकर व्यापार करने लगे /
19वी और 20वीं शताब्दी मे इन इसाइयों ने धर्म परिएवर्तन के हेतु सरकार की मदद से एक मुहिम चलाया , कि साफ रंग के ‪#‎आर्य‬ (सवर्ण ) बाहर से आए और काले रंग के (असवर्ण ) ‪#‎दस्यु_द्रविणों को दक्षिण मे खदेड़ दिया और उनके ऊपर राज्य किया , प्रताड़ित किया / 50 साल मे जिस तरह ईसाई ‪#‎हिटलर‬ सर्वश्रेष्ठ आर्य बन गया , उसी तरह 150 साल मे भारत मे एक अलग नश्ल तैयार हो गई - द्रविड़ ( नस्ल या रेस की संस्कृत या हिन्दी समानार्थी शब्द नहीं मिलेगा)
इसाइयों ने लिख लिख कर ये बात साबित किया कि दुष्ट ब्रांहनों ने तमिल भाषा मे संस्कृत शब्द घुशेड कर तमिल ( द्रविडियन ) को भ्रष्ट किया , अंधविश्वास अपनाने को प्रेरित किया / जिनका कल्याण तभी होगा जब उनको ‪#‎सत्य_रेलीजन‬ का प्रकाश मिल सकेगा / तब से ये द्रविडियन काफी रेलीजन ग्रहण कर सत्य के नजदीक पहुँचकर काफी प्रकाशित हो चुके हैं , और Pagans के खिलाफ जबरदश्त तरीके से लाम बंद है /
एक नई भाषा का आविष्कार भी हुआ जिसको ‪#‎द्रविडियन‬ भाषा कहते है ( दक्षिण भारतीय भाषाएँ ) , जिनको ओरिएंटलिस्ट और इंडोलोजिस्ट ने ये सिद्ध करके दिखाया कि ये संस्कृत से दूर और Hebrew भाषा के ज्यादा नजदीक हैं / क्योंकि बाइबल की पहली भाषा Hebrew ही थी /
दक्षिण भारत के दो महान नेताओं ने इसाइयों के इस शजिश का समर्थन किया , जिनको महात्मा फुले और पेरियार के नाम से जानते है / उनके कुछ आशीर्वचन नीचे प्रस्तुत करता हूँ --
महात्मा फुले पेशे से एक ठेकेदार थे जिनको 1870 मे पुणे मे ‪#‎खड़कवासला‬ बांध बनाने का ठेका अंग्रेजों ने दिया था -- उनहोने कहा कि वेद एक बकवास और फांतासी रचनाए हैं और त्रेता युग मे राम का लंका विजय एक आर्यन Invasion का उदाहरण है / http://gutenberg.us/articles/Mahatma_Phule
-- महात्मा फुले ने एक नए शब्द की संरचना की थी -- ‪#‎अति_शूद्र‬ , जो किसी भी संस्कृत ग्रंथ मे वर्णित नहीं है /\
--- गणेश सखाराम देउसकर और विल दुरान्त के अनुसार , जब 1873 मेन महात्मा फुले ने ‪#‎सत्यसोधक_समाज‬ का गठन कर वेदों , ब्रांहनों और राम को फांतासी , विदेशी और आक्रांता बता रहे थे , तो देश को फुले को उपरोक्त ठेका देने वाले अंग्रेज़ इस कदर लूट कर बर्बाद कर चुके थे , कि निर्यातक सामग्रियों का बहुसंख्यक निर्माता ‪#‎शूद्र‬ , इस अवस्था मे पहुँच चुका था कि अन्न की उपलब्धता के बावजूद उसको खरीदने की उसकी क्षमता नहीं बची थी , इसलिए 22 करोड़ आबादी वाले भारत मे 2 करोड़ लोग 1875 से 1900 के बीच भुखमरी और बीमारी से प्राण त्याग देते हैं / फुले को शायद ये भी नहीं पता था कि जब वे राम को आक्रांता बता रहे थे साथ मे ब्रामहानिस्म को गालियां निकाल रहे थे, तो जिस आर्य राम ने रावण का बढ़ किया , वो स्वयं भी बहुत बड़ा ब्राम्हण विद्वान था , जिसने #शिव_स्त्रोत की रचना की , जिसका पाठ आज भी शिव भक्त शिवजी की पूजा करते समय करते हैं /
धन्य हो महात्मा , और उनके पुजारियों /

1 comment:

  1. रावण ब्राह्मण नही ब्रह्मण था। आर्य Invasion से पहले भारत मे दो बर्ण थे- क्षत्र और ब्रह्मण। बादमे तिसरा वर्ण दास का अा गया। आर्यों के Invasion से समाज चारवर्णिय हो गया।
    इस विषय पर विस्तार से चर्चा हो सकती है--- 9422788546

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