Sunday, 5 June 2016

मायावती और दलित: ये इसाई स्पॉन्सर्ड न्यूज़

किसी जमाने में अखबार में छपी बात को वेद व्यास की वाणी मानी जाती थी।
हमको ये बताया जाता था कि एडिटोरियल अवश्य पढ़ना , इससे ज्ञान और तार्किक शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है ।
गुलाम कैसे बनाया जाय इसकी ट्रेनिंग हमको बचपन से ही दी जाती थी ।
एक जयचंद के कारण भारत मुग़लों का गुलाम हुवा ।
एक मीरजाफर के कारण भारत अंग्रेजों का गुलाम हुवा ।
यहाँ तो बड़े बड़े जयचन्द और मीरजाफर मीडिया माफिया बनकर बैठे हुए रोज उपदेश पेल रहे हैं , जो भारत की आत्मा को भी गिरवी रख दें ।

मुझे अब पक्का भरोसा हो गया है कि आज से 25 साल पहले जब एक अनजान प्राइमरी स्कूल की मास्टरनी देश के किसी कोने में गांधी को गाली देती है कि - "यदि हम हरिजन भगवान की औलाद हैं तो क्या गांधी शैतान की औलाद था"।और इसको हिंदी अख़बारों के मुख्य पृष्ठ पर जगह दिया गया तो पक्की बात है कि ये इसाई स्पॉन्सर्ड न्यूज़ थी - और तभी हरिजन का परित्याग कर ‪#‎दलित‬ शब्द की संरचना की गयी ।

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