Monday, 6 June 2016

भारतीय मानसिक गुलामो , उन्होने पहले आपकी शिक्षा पद्धति चुराई , अब स्वर व्यंजन चुरा रहे हैं : "फोनेटिक वे ऑफ लर्निंग"

ये मानसिक गुलामी कब खत्म होगी ?
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उन्होने आपको लूटा भी आपकी शिक्षा पद्धति को चुराया और खुद को शिक्षित भी किया, और आज आपके स्वर व्यंजन की कॉपी करके अपने बच्चों को ईज़ी लर्निंग सिखा रहे है , जिनकी मानसिक गुलामी को आप अपना गौरव समझ रहे हैं /
और आप उनके अकसेंट मे अङ्ग्रेज़ी बोलकर अपने को श्रेष्ठ प्रमाणित करने का प्रयास कर रहे हैं ? ये मानसिक गुलामी कब खत्म होगी ?
एक सेमिनार था /
स्पीकर ने पूंछा - भारत क्यों अपना उत्कर्ष क्यों नहीं कर पा रहा है ?
एक नौजवान - भारत की जाति व्यवस्था के कारण , जिसमे हजारों साल से ऊंची जातियाँ के लोग नीची जातियों का शोसण करती आ रही है /
स्पीकर - हो भी सकता है और नहीं भी /
नौजवान - कैसे नहीं भी हो सकता है ?
स्पीकर - भारत का आर्थिक इतिहास ये बताता है कि 190 साल के ब्रिटिश शासन मे तथाकथिति 70% निचली जातियों के धन , वैभव और शक्ति को अंग्रेजों ने खत्म किया / और फिर उनको धन वैभव और शिक्षा से वंचित किया /
" भारत के एक गांधीवादी ‪#‎धरमपाल‬ जी ने 1820 से 1830 के बीच भारत के गुरुकुल शिक्षा मे स्कूल मे शूद्र ( तथाकथित ओबीसी और एससी ) छात्रों की संख्या ब्रामहण छात्रों की तुलना मे 4 से 5 गुना थी /
http://www.samanvaya.com/dharampal/frames/others/gurumurthy.htm

भारत को सभ्य बनाने का दंभ भरने वाले अंग्रेज़ , और उनकी उसी मानसिकता और विचार को आगे बढ़ाने वाले ‪#‎गुलाम‬ मानसिकता के वामपंथियों ने , भारत को जाहिल और अशिक्षित सिद्ध करने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है /
यद्यपि ब्रिटेन मे शेक्स्पीयर मिल्टन आदि आदि लोग चिंतक और विचारक पैदा हुये , लेकिन 19वीं शताब्दी तक ब्रिटेन मे शिक्षा सिर्फ एलेटे क्लास को ही उपलब्द्ध थी / आम जनता को शिक्षित करने के लिए , उन्होने भारत के गुरुकुल शिक्षा पद्धति को आयातित किया , जिसको आज आप ‪#‎मोनिटोरियल‬ या ‪#‎मद्रास‬ सिस्टम ऑफ एडुकेशन का नाम दिया /
https://en.wikipedia.org/wiki/Monitorial_System
http://www.britannica.com/topic/monitorial-system
आज एक मित्र Saurabh Rai, जो करीब 15 साल ब्रिटेन मे ट्रेनिंग लेकर आज बंगलोर मे ‪#‎नारायण_हृदयालय‬ मे ‪#‎वासकुलर_सर्जन‬ हैं , उनके घर गया तो उन्होने बातों बातों मे उन्होने बताया कि अंग्रेज़ अब अपने बच्चों को ABCD का उच्चारण अ ब क द उच्चारित करना सिखा रहे हैं जिसको Phonetic Learning का नाम दिया गया है , अर्थात इसके नाम पर हिन्दी के स्वर और व्यनजन के तर्ज पर अपने स्कूलों मे छोटे बच्चो को बेसिक एडुकेशन दे रहे हैं , तो मैंने थोड़ा खोजबीन की तो उसको सच पाया / आपके बच्चों को जब ब्रिटिश या अमेरीकन असकेंट मे अङ्ग्रेज़ी बोलना सीखकर मानसिक गुलामी को विस्तार देने की कोशिश की जा रही है , वहीं ये चोर आपके सिस्टम की नकल कर अपने बच्चों को आसान रास्ता देने की कोशिश कर रहे हैं /

https://www.youtube.com/watch?v=mEDMXZFfqfo
https://www.youtube.com/user/bbclearningenglish
https://www.youtube.com/user/bbclearningenglish
आप खुद चेक कर ले इन वेदिओस के जरिये /

आखिर हम कब तक मानसिक गुलाम रहेंगे ??

कम से कम वो गुलाम नहीं है , जो अपनी आने वाली पीढ़ी के सुधार के लिए कहीं से भी कॉपी करने को तैयार हैं /

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