Monday, 5 October 2015

वर्ण के आधार पर हिन्दू समाज को 1900 तक जाना जाता था /

https://youtu.be/hehPjAJynr4
आप बार बार तथ्यात्मक प्रमाण के साथ कहते आए हैं ,जाति व्यवस्था अँग्रेजों की देन है।प्राचीन भारतीय वर्ण व्यवस्था कर्म आधारित थी, उसी तथ्य को दूरदर्शन द्वारा कितनी ख़ूबसूरती से फ़िल्माया गया है... उपनिषद् गंगा नामक सीरियल में... जरूर देखिए...
----- Geetanjali Dubey

Here's the full Episode 18 of 'Upanishad Ganga'. Worth, not birth, decides your position on this earth For all the updates follow us on: Facebook: https://ww...
youtube.com

 कौटिल्य ने एक बात और लिखी थी जिसको इन लोगों ने नही दिखाया।

द्विजात सुश्रुषा वार्ता कारकुशीलव कर्मं शूद्रश्य धर्मम्।

सुश्रुषा - सर्विस सेक्टर । आज उसको पैकेज में गिना जाता है ।
वार्ता - विद्या का अंग है जिसमे पशुपालन व्यापार खनिजविद्या टेक्निकल एजुकेशन पढ़ाया जाता है ।

कारकुशीलव यानि वार्ता में एक्सपर्ट प्राप्त करना।

No comments:

Post a Comment