Saturday, 3 August 2019

#लिखित_इतिहास_में_इस्लामिक_चरित्र :

1030 में अलुबेरणी लिखता है: हम जहां भी पहुचे, विज्ञान ने वहां से अवकाश ले लिया ( रिटायर्ड) और उन स्थानों पर जा छुपा जहां हमारे हाँथ नही पहुँच सकते थे- यथा वाराणसी और कश्मीर।
Science retired from the places where our hand could reach.
अलुबेरणी इंडोलॉजी का एक महत्वपूर्ण प्रोफेसर माना जाता है। वह सबसे कम अलतकिया वाला इतिहासकार था।
आपने उसकी पुस्तक पढ़ी है क्या?
1000 वर्ष बाद उन्होंने कश्मीर पर कब्जा कर लिया।
कैसे कर लिया यह आप सब जानते हैं।
वे लाखों उन कश्मीरी पंडितों का कत्ल कर देते है जो उनके सगे पड़ोसी थे। उनकी बहन बेटियों के साथ बलात्कार किया गया।
और आप आज भी उनके मुंह से सुनेंगे कि इस्लाम का अर्थ है पीस अर्थात शांति।
उनके लिए एक कहावत है - आंख का अंधा, नाम नयन सुख।
इस्लाम के कब्जे में 56 देश हैं - किस विज्ञान को उन्होंने खोजा पिछले 1400 वर्षों में?
उनकी किस्मत अच्छी थी कि उनके देश मे भूमिगत तेल मिल गया। लेकिन यह शीघ्र ही अनावश्यक हो जाएगा।
फिर क्या करेंगे ये?
कश्मीर आज से 50 वर्ष पूर्व स्विट्जरलैंड समझा जाता था। सैकड़ो खूबसूरत फिल्में बनी थी।
लेकिन मोमिन खून का प्यासा होता है।
कमजर्फ और कामचोर है।
दूसरे के जर जोरू जमीन पर कब्जा करना चाहता है।
इनके ऊपर भी एक डॉक्यूमेंट्री बनना चाहिए न।

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