Saturday 14 May 2016

फेसबुक में सक्रिय SC और ओबीसी और तथाकथित बौद्ध आखिर ब्राम्हणों के इतने विरोधी क्यों है ?

फेसबुक में सक्रिय SC और ओबीसी और तथाकथित बौद्ध आखिर ब्राम्हणों के इतने विरोधी क्यों है ?
किस ग्रन्थ में ( आंबेडकर साहित्य को छोड़कर ) ब्राम्हणो ने इन पर अत्याचार की बात लिखी है ?

लिखी भी हो तो किया कब ?

कोई डोक्युमेंट्री प्रमाण हैं क्या ?
पिछले 1000 साल से भारत अत्याचारी और बर्बर इस्लामियों और इअस्सियों का शासन रहा है ।

तो तथाकथित मनुस्मृति , जिसको इन्होंने पढ़ा भी नही होगा कभी , कब इस देश के राजाओ का संविधान रहा है ?

अगर डॉ बेडकर पुरुषोक्त को क्षेपक घोसित कर सकते हैं तो क्या मनुस्मृति से उद्धृत किये जाने वाले 2- 4 श्लोक क्यों क्षेपक नही हो सकते ?
क्योंकि आज तक किसी शूद्र के कान में पिघला शीशा डालने का कोई प्रमाण, साहित्य में भी नहीं मिला पिछले 5000 साल में ।

दूसरी बात क्या इनके पूर्वज नपुंसक थे , जिन्होंने उस अत्याचार का विरोध नहीं किया कभी ?
जबकि इस देश में अनैतिक और अत्याचारी राजा को पदच्युत करने के लिए ब्राम्हणों ने संघर्ष किया है ।

नन्द राज्य को ख़त्म कर, एक अनजाने कुल के बच्चे को राजा बनाया कौटिल्य ने ।
चन्द्रगुप्त को राजा बनाया ।
और खुद दरिद्र ब्रम्हाण की तरह एक शिक्षक का जीवन बिताया ।

1 comment:

  1. सर जी..,

    भारत देश में जाती व्यवस्था जब से विद्यमान है तब से जातीय भेदभाव सामाजिक ध्रुवी करण के कारण यह देश बारबार गुलाम होता रहा है .इन सब के पीछे मात्र जातिव्यवस्था ही कारणि भुत है देश या कबीले की रक्षा हेतु केवल क्षतियों का ही अधिकार था शुदो को शस्त्र धारण करने का हक नही था .इतने बड़े वर्ग को शस्त्र विरहित रखना ब्राम्हणो की बुद्धिमानी समझी जाए तो शायद ही धरती पर ब्राम्हणो के अलावा कोई बुद्धि जीवी जिव हो.

    यदि समझा जाए की मूसलिम आक्रान्ता ओ के पश्चात शुद्रो का शोषण आक्राताओ ने किया ब्राम्हणो भी आक्रांताओ से शिकार हुए ,निरी मुर्ख कल्पना है , अकबर के नवरत्न कौन थे..?
    सभी के सभी ब्राम्हण थे और धीरे धीरे इन्होंने आक्रांताओ से रिश्तेदारी कायम की तथा अन्य कबिलाइयो से रिश्तेदारी के लिए विवश किया.

    मनुस्मृति के 1426 आधे से अधिक श्लोक प्रेक्षेप है तो मनुस्मृति को किस लिहाज से सही माना जाए ?
    अम्बेडकर ने एक बार कहा ' मुझे यह कहने में कोई झिझक नही है कि यदि मोहम्मदी (इस्लाम) अत्याचारी रहा है तो हिन्दू कमीना (बना ) रहा है , और कमीनगी अत्याचार से बदतर होती है '(डॉ.अ.रा.स्पि.vol.1 p.54)
    ××

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