#ईसाई जन्मजात पापी होते हैं और blue blond christian culture एक शजीशकर्ता संस्कृति है /
बाइबिल के हिसाब से #Sinner_by_birth
–-------------------//-//////----------------------
अमेरिका को आजादी मिली 1776 में ।
किससे ?
युरोपियन ईसाई पाइरेट्स जहाँ भी गए वहां पर उन्होंने लूट हत्या चोरी डकैती और बेशर्मी से ईसाइयत का प्रचार किया ।
कोलुम्बस् चला तो था भारत की धन सम्पदा लूटने ।
लेकिन पहुँच गया अमेरिका ।इस लिए वहां के निवासियों का नाम दिया #रेड_इंडियन।
इन रेड इंडियन की सोने चांदी की खदानों और स्टोर पर कब्जा किया और उनकी हत्या की - जैक गोल्डस्टोन ने लिखा Rise of West from 1500 to 1850 .नामक बुक में जो वहां के मिशीगन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाती है ।
गोल्डस्टोन ये भी लिखता है कि अमेरिकन मूल के लोग exterminate यानि खतम किए गए , उन युरोपियन के द्वारा लाई गयी बीमारियों से ।
लेकिन कौन सी बीमारी , ये नहीं बताता ।
ये अवैज्ञानिक है । आज अमेरिका का आदमी भारत में आएगा और सरकारी नल का पानी पियेगा तो वो डायरिया से मर जाएगा ।लेकिन अपन वही पानी पीकर मस्त रहेंगे।
लेकिन S Gurumurthy के अनुसार 1500 से 1800 के बीच ईसाइयत के नाम पर 20 करोण लोगों की इन डकैतों ने हत्या की ।
अब अमेरिका की आजादी का मतलब समझे ।
वहां गए डकैतों ने लूट के माल में इंग्लैंड की रानी को हिस्सा देने से मना कर दिया ।
यही टोटल उस आजादी की लड़ाई का अर्थ है ।
खैर वहां गुलाम बनाकर ले गए काले यानि नीग्रो लोगों को 1960 तक गोरे अपने बराबर का हिस्सा नही दिए थे । यानि संविधान बनने के लगभग 200 साल बाद तक ।
और भारत में उन्होंने अलग तरकीब अपनाया कारकुशीलव वर्ग (शूद्रों) को बेरोजगार करके उनको #डिप्रेस्ड यानि दलित बना दिया ।
हमारे बाबा जी को भी उल्लू बनाया । वे झोला छाप वैटिकन संस्कृतज्ञों की #ओरिजिनल_संस्कृत_टेक्स्ट पढ़कर इस निष्कर्ष पर पहुँच गए चूंकि पुरुषोक्त में लिखा है कि शुद्र परमेश्वर के पैरों से पैदा हुवा है इसलिए #ब्राम्हणो ने शाजिश के तहत उनको #मेनिअल_जॉब अलोट किया ।और उन्होंने भारत के उस कर्मठ लोगों की वंशजों को कुंठा हीनता और घृणा की आग में झोक दिया ।
इन डकैतों की शाजिशों ने रूप बदल दिया है लेकिन मोडस ओपरंडी अभी भी वही है ।
बाइबिल के हिसाब से #Sinner_by_birth
–-------------------//-//////----------------------
अमेरिका को आजादी मिली 1776 में ।
किससे ?
युरोपियन ईसाई पाइरेट्स जहाँ भी गए वहां पर उन्होंने लूट हत्या चोरी डकैती और बेशर्मी से ईसाइयत का प्रचार किया ।
कोलुम्बस् चला तो था भारत की धन सम्पदा लूटने ।
लेकिन पहुँच गया अमेरिका ।इस लिए वहां के निवासियों का नाम दिया #रेड_इंडियन।
इन रेड इंडियन की सोने चांदी की खदानों और स्टोर पर कब्जा किया और उनकी हत्या की - जैक गोल्डस्टोन ने लिखा Rise of West from 1500 to 1850 .नामक बुक में जो वहां के मिशीगन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई जाती है ।
गोल्डस्टोन ये भी लिखता है कि अमेरिकन मूल के लोग exterminate यानि खतम किए गए , उन युरोपियन के द्वारा लाई गयी बीमारियों से ।
लेकिन कौन सी बीमारी , ये नहीं बताता ।
ये अवैज्ञानिक है । आज अमेरिका का आदमी भारत में आएगा और सरकारी नल का पानी पियेगा तो वो डायरिया से मर जाएगा ।लेकिन अपन वही पानी पीकर मस्त रहेंगे।
लेकिन S Gurumurthy के अनुसार 1500 से 1800 के बीच ईसाइयत के नाम पर 20 करोण लोगों की इन डकैतों ने हत्या की ।
अब अमेरिका की आजादी का मतलब समझे ।
वहां गए डकैतों ने लूट के माल में इंग्लैंड की रानी को हिस्सा देने से मना कर दिया ।
यही टोटल उस आजादी की लड़ाई का अर्थ है ।
खैर वहां गुलाम बनाकर ले गए काले यानि नीग्रो लोगों को 1960 तक गोरे अपने बराबर का हिस्सा नही दिए थे । यानि संविधान बनने के लगभग 200 साल बाद तक ।
और भारत में उन्होंने अलग तरकीब अपनाया कारकुशीलव वर्ग (शूद्रों) को बेरोजगार करके उनको #डिप्रेस्ड यानि दलित बना दिया ।
हमारे बाबा जी को भी उल्लू बनाया । वे झोला छाप वैटिकन संस्कृतज्ञों की #ओरिजिनल_संस्कृत_टेक्स्ट पढ़कर इस निष्कर्ष पर पहुँच गए चूंकि पुरुषोक्त में लिखा है कि शुद्र परमेश्वर के पैरों से पैदा हुवा है इसलिए #ब्राम्हणो ने शाजिश के तहत उनको #मेनिअल_जॉब अलोट किया ।और उन्होंने भारत के उस कर्मठ लोगों की वंशजों को कुंठा हीनता और घृणा की आग में झोक दिया ।
इन डकैतों की शाजिशों ने रूप बदल दिया है लेकिन मोडस ओपरंडी अभी भी वही है ।
No comments:
Post a Comment