Tuesday, 27 July 2021

#बेहोशी_में_भोजन

#बेहोशी_में_भोजन

मैंने एक पोस्ट लगायी थी कि आप खाना खाते समय क्या करते हैं। जिनके उत्तर थे कि वे टी वी देखते हुए या कुछ और करते हुए खाते हैं, उनके लिए स्पष्ट कर दूं कि वह बेहोशी में खाना खाते हैं। 
होशपूर्वक नहीं खाते। 
वे खाना खाने के साथ अपने मन मे विष निर्मित करते रहते हैं।

मैं यह बात इसलिए बोल रहा हूँ कि मैं निरन्तर कई वर्षो तक खाना खाते हुए कोई न कोई पुस्तक पढ़ता रहता था, और उसे बहुत अच्छा समझता था। मेरी पत्नी विरोध करती थी परन्तु में नही मानता था। 

यह एक मूर्खता पूर्ण तरीके से भोजन करना है। इस तरह भोजन करने से आपके पाचनतंत्र से भोजन पचाने वाले रस सम्पूर्ण मात्रा में नही निकलते। कैसे निकलेंगे। उनको पर्याप्त फीडबैक नही मिल रहा है। शरीर के सारे हॉर्मोन और केमिकल फीडबैक मिलने पर ही स्रावित होते हैं। 

हमारे बुजुर्ग समझाते थे कि खाना खाते समय बात मत करो। चुपचाप खाना खाओ। वे साइंस नही जानते थे, लेकिन apllied साइंस जानते थे।

आजकल डॉक्टरी में एक बीमारी होती है #Cafe_coronary - जिसमें भोजन सांस की नली में चला जाता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। दरअसल सांस और भोजन के एंट्री पॉइंट अलग अलग हैं लेकिन गले मे एक चौराहे पर दोनों मिल जाते हैं। बोलते समय सांस वाला रास्ता खुलता है और भोजन वाला बन्द रहता है। भोजन निकलते समय सांस वाला रास्ता बंद हो जाता है। एपिगलोटिस नामक ट्रैफिक कंट्रोलर यह काम निरंतर करता रहता है। कभी कभी वह ट्रैफिक कंट्रोलर सो जाता है और खाना खाते समय यदि आप बात कर रहे हैं तो भोजन सांस की नली में जाकर फंस जाता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।

इसलिए प्रयास कीजिये कि होशपूर्वक, बोधपूर्वक, सजग होकर भोजन कीजिये। 
प्रयास कीजिये। 
इतना आसान नही है यह 😌

© Tribhuwan Singh  ✍🏼

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