Friday 28 April 2017

नक्सल अपराधी है जिनकी वैचारिकी की आपूर्ति संस्थाएं करती

नक्सल संगठित अपराधियो का गिरोह है।
इसको वैचारिक खाद पानी शहरों और JNU टाइप के संस्थानों से मिलता है ।

मूल सिद्धांत जिस पर इनको बहकाया जाता है वो है -"सत्ता बंदूक की गोली से प्राप्त की जाती है - माओ"।

माओ अपने देश का कितना बड़ा हत्यारा था , अब ये बात गुप्त  नही है।

जो बहकाये गए हैं ।
इनको एक माह का समय दिया जाय और  यदि ये एक माह में न सुधरें तो इनके साथ साथ इनके बौद्धिक आकाओं को  भी इन्ही की भाषा मे प्रतिउत्तर देना चाहिए।

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